Wednesday, August 11, 2021

आजकल एक मश्हूर नारा चल रहा है - 'मेरा जिस्म मेरी मर्ज़ी'

 



आजकल एक मश्हूर नारा चल रहा है - 'मेरा जिस्म मेरी मर्ज़ी'

हालांकि किसी भी इंसान की मर्ज़ी उसके जिस्म पर नहीं चलती

इंसान मुंह से खाता और बोलता है, नाक से सांस लेता और सूंघता है, कान से सुनता, आँख से देखता है, हाथ से चीज़ों को पकड़ता है, और पाँव से चलता है

दुनिया के लगभग हर इंसान के पास ये अंग होते हैं
लेकिन दुनिया का कोई भी इंसान इन अंगों के ऊपर अपनी मर्ज़ी नहीं चला सकता, इनके फंक्शन को नहीं बदल सकता

दुनिया का कोई भी इंसान नाक से नहीं देख सकता, आँख से नहीं सुन सकता, पाँव से सूंघ नहीं सकता, वो अपनी मर्ज़ी से एक अंग के फंक्शन नहीं बदल सकता उनकी औकात हि नही जो अपने हि जिस्म के अंग के कामो को अपने मन मानी मर्जी से चला सके मैं ईकरा अर्श खान कानपुरी पुरे रुये जमी पर जितने भी इंसान है उन सब को खुली चुनौती और चैलेंज दे रही हु अगर तुम सब मिल भी जाओ और सब मिल कर भी इस नेजामे कुदरत में किसी एक अंग के साथ भी उलट फेर कर के दिखा दो पूरे जिस्म की तो बात ही बहुत दूर है

इंसान के जिस्म पर उसकी मर्ज़ी नहीं चलती अगर चलती है तो कोई भी इंसान अपने उपर आयी मौत को रोक कर अपनी उम्र बढ़ा कर दिखाए औकात से जादा बड़ कर बोल देना बेशक आसान होता है लेकिन जब करने कि बारी आती है तो पता चलता है कि कौन कितना पानी में है कहने को तो सब लाखो करोडो़ कि बात करते हैं जैसे वो किसी बादशाह के बेटे हो और शाहनशाही खुद्दारी गुरुर घमंड भी ऐसा होता है जैसे वो इतना पावर फुल ताकतवर है कि उसे कभी किसी कि कोई जरुरत ही नहीं पडे़गी औकात और गुरुर घमंड का तब पता चलता है जब उसके मुसीबत पर उसके रवैईये से खुद उसी के रिश्तेदार दोस्त एहबाब उसका साथ नही देते और बात करते हैं अपनी जिंदगी अपने जिस्म और अपने मर्जी से जिने कि

सच तो ये है मर्ज़ी सिर्फ अल्लाह की चलती है इंसान तो बस एक मिट्टी का खिलौना है और वो अपनी मूर्खता का परिचय दुनिया को कराता है जाहीलाना जुम्ला बोल कर मेरा जिस्म और मेरी मर्जी अल्लाह की कुदरत को मत आजमाना भूल कर भी वर्ना कही तुम्हारे जिस्म मे जान तो रहेगी लेकिन तुम अपने ही बिस्तर से उठने लायक नही रहोगे और तुम्हारे जिंदगी का सहारा एक मामूली सा इंसान हि होगा इस लिए रब के इस्लाम के खिलाफ जाने कि भूल कर भी कोशीश मत करना कुर्आन हदीस को 💕 लगा कर पढ़े और उस पर अमल करने कि कोशीश करेंगे तो हर परेशानी दुःख दर्द बिमारी से महफूज रहोगे इंशा अल्लाह

#ईकरा_अर्श_खान_कानपुरी 🌹🤲🌹