Tuesday, February 1, 2022

अना (ज़िद) सब में होती है

 



अना (ज़िद) सब में होती है, झुकना कोई भी पसंद नहीं करता, मगर इसके बावजूद कोई अपनी अना का गला घोंट कर आपके लिए झुक रहा है,आपको संभालकर रखना चाहता है तो कदर करें ऐसे रिश्तों की ..!!!

वरना अच्छे लोगों का क्या है वह कहीं भी किसी भी जगह अपना मकाम आसानी से बना लेते हैं, और रह गई बात आपकी तो अच्छे लोगों को खोकर आपने कितना घाटे का सौदा किया ये बात वक्त आपको समझा देगा !!!

Umair Salafi Al Hindi