लोगों के रवैय्यों से परेशान ना हों, आपको अपने अमाल का सिला अल्लाह ताला से लेना है लोगों से नहीं, लोगों की बातों को दिल पर लेना छोड़ दें , अपनी जिंदगी का मकसद सिर्फ रब को राज़ी करना रखें , जब मकसद रब को राज़ी करना होगा तो लोगों की बातें परेशान नहीं करेंगी,
मैंने ये सीखा है के जब तक मैं हर एक की बात को अपने दिल से लगाता रहूंगा तब तक मैं अजियत में रहूंगा , किसी इंसान को सिर्फ अल्फाज़ से मेरा सुकून छीनने का इख्तियार नहीं होना चाहिए ,
Umair Salafi Al Hindi