Friday, February 11, 2022

हां! सय्येदना मुआविया बागी हैं




 हां! सय्येदना मुआविया बागी हैं


क्योंकि आज की तारीख में हर वो शख्स बागी तसव्वुर होगा जिसने कुरआन के हुक्म पर अमल किया ,

सुलह हुदैबिया के वक्त जब मुश्रिकीन ए मक्का ने नबी ए करीम मुहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम पर मक्का में दाखिले पर पाबंदी आइद कर रखी थी, अल्लाह के नबी चंद अफ़राद को लेकर उमराह के इरादे से मक्का की तरफ रवाना हुए और हुदैबिया के मकाम पर पड़ाओ डाला , आप सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम ने सैय्यदना हज़रत उस्मान बिन अफ्फान को अपना दूत बनाकर मक्का रवाना किया ,

उस वक्त अल्लाह के नबी एक पेड़ के नीचे अपने साथियों के साथ तशरीफ फरमा थे के अचानक आप तक एक खबर पहुंची के मक्का वालों ने नबी ए पाक के दूत उस्मान को शहीद कर दिया है,

ये खबर सुनते ही राहमतुलिल आलमीन जिनकी नरमी और बर्दाश्त की दुनिया मुतारिफ है वह हलीमुल फितरत नबी इंतहाई घुस्से में आकर ऐलान करते हैं के मैं उस्मान के कतल का किसास लिए बगैर वापस नहीं जाऊंगा और अपना दाहिना हाथ आगे कर दिया के कौन कौन मेरे साथ उस्मान का किसास लेना चाहता है, जिसपर वहां मौजूद तमाम सहाबा किराम ने नबी ए करीम मोहम्मद सल्ललाहो अलैहि वसल्लम के हाथ पर अपने हाथ रखकर बैय्यत कर ली के हम में से कोई उस वक्त तक वापस नहीं जायेगा जबतक उस्मान के खून के एक एक कतरे का हिसाब नही चुका देते,

इस पर कुरआन की ये आयत नाजिल हुई के अल्लाह भी तुम्हारे साथ इस बैय्यत में शामिल है और उन तमाम बैय्यत करने वालों पर सकीनत नाजिल कर दी,

لَقَدۡ رَضِیَ اللّٰہُ عَنِ الۡمُؤۡمِنِیۡنَ اِذۡ یُبَایِعُوۡنَکَ تَحۡتَ الشَّجَرَۃِ فَعَلِمَ مَا فِیۡ قُلُوۡبِہِمۡ فَاَنۡزَلَ السَّکِیۡنَۃَ عَلَیۡہِمۡ وَ اَثَابَہُمۡ فَتۡحًا قَرِیۡبًا ﴿ۙ۱۸﴾

तर्जुमा: " यकीनन अल्लाह उन मोमिनों से बड़ा खुश हुआ जब वो दरख़्त के नीचे तुम से बैय्यत कर रहे थे और उनके दिलों में जो कुछ था वह भी अल्लाह को मालूम था , इसलिए उसने उनपर सकीनत उतार दी, और उनको इनाम मे एक करीबी फतह अता फरमा दी "

(कुरआन सूरह फतह आयत 18)

कुछ देर बाद ये मालूम होता है के सैय्यदना उस्मान बिन अफ़ान की शहादत की खबर महज़ अफवाह थी मगर रब तो सब कुछ जानता था तो फिर भला वो क्यों ऐसी बय्यत का हिस्सा बन गया जिसकी बुनियाद ही एक अफवाह पर रखी गई थी, इसका सिर्फ एक ही मकसद हो सकता है के ये शायद मुस्तकबिल के अंदेशे की तरबियत थी के कल को जब उस्मान बिन अफ़फान को हकीकत में कतल कर दिया जाए तो इस बय्यत रिजवान पर अमल किया जाए,

और हज़रत मुआविया बागी हो गए क्योंकि उन्होंने कुरआन में मौजूद अल्लाह के हुक्म पर किसास उस्मान का मुतालिबा कर दिया और दुनिया वा तारीख की नजरों में बागी हो गए...

किसास के मुतालिबे पर मुआविया को बागी कहने वालों अपने कुरआन से ये आयत खतम कर दो क्योंकि जबतक ये आयात कुरआन में मौजूद रहेगी इंशा अल्लाह मुआविया की बेगुनाही साबित होती रहेगी

तहरीर: उस्मान पटनी
तर्जुमा: Umair Salafi Al Hindi
blog: Islamicleaks