Monday, January 31, 2022

लोगों की शादियों में सैकड़ों लोग शामिल होते हैं

 



लोगों की शादियों में सैकड़ों लोग शामिल होते हैं, लोगों के इंतेकाल में सैकड़ों लोग शामिल होते हैं लेकिन जब वो जिंदगी के किसी मोड़ पर परेशानियों से घिर जाता है तब उसका साथ देने के लिए दो चार लोग होते हैं जिनसे समस्या हल नहीं होती, अगर यही शादी में बारात के रूप में या रिश्तेदारों के रूप में जो भीड़ आती है ये लोग रक्तदान या ईलाज के वक्त हॉस्पिटल में क्यों नही आते, थाने चौकी के मसलों के वक्त या माली तौर पर परेशानी के वक्त सपोर्ट क्यों नही करते, ये रिश्तेदारों की भीड़ सिर्फ़ शादी में मुर्ग मुसल्लम खाने के लिए ही है क्या ?

अगर लोग अहद कर लें कि हम परिवार में जिस भी निकाह में शामिल होंगे उनका तमाम जिंदगी ख्याल रखेंगे किसी भी दिक्कत परेशानी में साथ खड़े रहेंगे तो बहुत से लोगों की बहुत सी परेशानियां दूर हो सकती है, एकता में सबकी भलाई है अपने परिवार व रिश्तेदारों से बनाकर रखें एकजुट रहें नही तो आज जो लोग परेशानियों में मुब्तिला हैं वैसी परेशानी आपको भी घेरेगी।
हमारे घर परिवार के लोग ही हमे बचपन से अपने लोगों से नफरत करना सिखाते हैं अगर हम अपने परिवार की बातों को इग्नोर करके अपने नबी की बातों को मानना शुरू कर दें तो सबकी जिंदगी और आखिरत दोनो बन जाएगी।
In Sha Allah