Thursday, January 13, 2022

बर्रे सगीर में तहरीकी और तबलीगी सूफी हमेशा से सऊदी अरब के खिलाफ रहें हैं

 




बर्रे सगीर में तहरीकी और तबलीगी सूफी हमेशा से सऊदी अरब के खिलाफ रहें हैं, उसे आल ए सुलूल, यहूदियों का एजेंट, और ना जाने क्या क्या खिताब से नवाजते हैं,

ये आज मुहम्मद बिन सलमान की तब्दीली की बात नहीं हैं बल्कि जबसे सऊदी अरब कायम है तबसे उन्होंने सऊदी अरब के खिलाफ मुहाज़ आराई कर रखी है,आप मौलाना अब्दुल माजिद दर्याबादी रहमतुल्लाह की किताब सफरनामा हिजाज़ पढ़िए सऊदी आवाम और उलेमा को कैसा जाहिल और हुक्काम को नाअहल बावर कराने की कोशिश की है,

सलमान नदवी जैसे हजारों उलेमा के सऊदी अरब के मुताल्लिक अफकार किसी से पोसीदा नहीं हैं, लेकिन सउदी अरब अपने यहां कुछ करे तो हिंदुस्तान के सूफिया तो सूफिया अपने आपको वसीउल कल्ब समझने वाले तंग नजर अहले हदीस हजरात भी सउदी अरब को खारजा और दाखिला पॉलिसी समझाने लगते हैं,

आप अपनी फिक्र कीजिए सऊदी अरब को अपने बारे में जो बेहतर लग रहा है कर रहा है, ऐसा तो नहीं होगा ना के आप जमात के नाम पर हुकूमत के खिलाफ बात भी कीजिए , नाम दीजिए जमात अल अहबाब का काम कीजिए बुग्ज वा अनाद वाला और फिर हुकूमत कोई कारवाही भी ना करे, अपनी आवाम को मुतनबबेह भी ना करे,

साभार: डॉक्टर अब्दुल्लाह मुश्ताक