Friday, January 14, 2022

बाप अपने बेटे को पतंग उड़ाने ले गया

 



बाप अपने बेटे को पतंग उड़ाने ले गया , बेटा बाप को गौर से पतंग उड़ाते देख रहा था , थोड़ी देर बाद बेटा बोला,
" पापा...ये धागे की वजह से पतंग और उपर नहीं जा पा रही है, क्या हम इसे तोड़ दें !!" ये और उपर चली जायेगी..
वालिद ने धागा तोड़ दिया, पतंग थोड़ा सा और उपर गई और इसके बाद लहरा कर नीचे आई और दूर अंजान जगह पर जाकर गिर गई,
तब बाप ने बेटे को जिंदगी का फलसफा समझाया, बेटा ! जिंदगी में हम जिस ऊंचाई पर हैं , हमें अक्सर लगता है के कुछ चीज़ें, जिन पर हम बंधे हुए हैं वह हमें और उपर जाने से रोक रहीं हैं जैसे घर, खानदान , मां बाप वगेरह...
और हम इनसे आज़ाद होना चाहते हैं, असल में यही वो धागे होते हैं जो हमें उस ऊंचाई पर बना कर रखते हैं, इन धागों के बगैर हम एक बार तो ऊपर जाएं लेकिन बाद में हमारा वही हश्र होगा जो बिन धागे की पतंग का हुआ,
" लिहाज़ा जिंदगी में अगर तुम बुलंदियों पर बने रहना चाहते हो तो कभी भी इन धागों से रिश्ता मत तोड़ना, धागे और पतंग जैसे ताल्लुक के कामयाब तवाजन से मिली हुई ऊंचाई को ही कामयाब जिंदगी कहते हैं बेटा !!"
मनकूल
साभार: Umair Salafi Al Hindi
Blog: Islamicleaks