मुसलमानों तुम्हे एक बहुत बड़े फितने से आगाह कर रहा हूं,
कुछ लोग तुम्हे खिलाफत के नाम पर एक बहुत बड़े फितने में डाल देंगे,
कुछ लोग तुम्हे खिलाफत के नाम पर एक बहुत बड़े फितने में डाल देंगे,
याद रखो खिलाफत कायम करने से नहीं आती, बल्कि खिलाफत अल्लाह को राज़ी करके मिलती है, अल्लाह खिलाफत से नवाज़ता है, खिलाफत अल्लाह की तरफ से तोहफा है,
सहाबा किराम ने कभी खिलाफत के लिए ना ही जंग की है और ना ही कोशिश की है, फिर आखिर ये कौन है जो खिलाफत के नाम पर लोगों को बहका रहें हैं,
भारत में जिस तरह हिन्दुओं को हिन्दू राष्ट्र के लिए बहकाया जाता है उसी तरह दुनिया में मुसलमानों को खिलाफत के नाम पर बहकाया जा रहा है, मैं ज़्यादा गहराई में नहीं जाना चाहता , जानता हूं तुम लंबी पोस्ट पड़ पड़ कर ऊब चुके हो
क्या सीरिया, लीबिया, मिश्र, ट्यूनीशिया में इस्लामी हुकूमत के नाम पर तुम्हारा खून नहीं बहा, क्या मिला हुकूमत से बगावत का सिला , सिर्फ मौतें !
तुम नादान हो ज़रा सी जज्बाती तकरीर सुनकर तुम बावले हो जाते हो, याद करो दाईश की खिलाफत और हमारे मुल्क के एक सरकारी मौलवी की करतूत, जिसने उचलक में अबू बक्र बगदादी को खलीफा मान लिया और उस फर्जी खलीफा को अमीर उल मोमिनीं का लकब से नवाज़ दिया,
ये सिर्फ एक भारतीय मौलवी की करतूत नहीं बल्कि मिस्र , कतर , सऊदी अरब , तुर्की से भी ऐसे मौलवियों का जहूर हो गया था, और उनके लब्बैक पर लाखों मुसलमान जोक दर जोक दईश में शामिल हो रहे थे, काफी तादाद भारतीय मुसलमानों की भी यही, आखिर क्या अफकार हैं इन लोगों के ,
ये उसी सोच का नतीजा था !
ऐसे बहुत से मौलवी बिलों में छिपे बैठे है मौके की तलाश में के कब मौका मिले और मुसलमानों के खून का सौदा करें, मिश्र में हजारों लोग मारे गए, आज हम शाम , लीबिया , को जलता हुए देख रहें हैं लाखों मुसलमान मारा जा चुका है और लाखों मुल्क छोड़ने पर मजबूर हुए, बच्चों के सामने उनकी मां की इज्जत लूटी तो, बीवी के सामने शौहर का क़त्ल हुआ, और तुम्हे बहकाया गया इस्लामी हुकूमत के नाम पर,
इस फितने के बीच सऊदी के तुम पर क्या एहसान था वो मैं नहीं बयान करना चाहता , क्यूंकि तुम जल भून जाओगे,