Thursday, February 4, 2021

खाना अच्छा नहीं है, कोई ज़ायका नहीं आ रहा है"



प्रोफेसर साहब यूनिवर्सिटी से थक कर घर वापस आए और खाना खाने बैठ गए, खाते खाते अपनी बीवी को बताया के

" खाना अच्छा नहीं है, कोई ज़ायका नहीं आ रहा है"

बीवी अपनी बुराई का बदला लेने के लिए उठी और कोविड19 हेल्पलाइन को फोन किया और एम्बुलेंस को बुला लिया और कहा:-" इनको खाने का ज़ायका नहीं आ रहा है "

एम्बुलेंस प्रोफ़ेसर को कोविड अस्पताल ले गई और उन्हें क्वारंटाइन कर दिया,

इस तरह बीवी ने इसका बदला लिया,

दूसरी तरफ प्रोफ़ेसर साहब से पूछा गया के :-" आपके साथ किस किस का राब्ता हुआ "

प्रोफेसर ने बिल्कुल इत्मीनान से कहा :

मेरी बीवी
मेरे ससुर
मेरी सास
मेरे दो साले

और " खाला जिन्होंने मेरा रिश्ता करवाया"

अब ये सारे लोग भी कोविड़ अस्पताल के बिस्तर पर बैठे हुए प्रोफ़ेसर साहब को घूर रहे हैं, और उनकी बीवी सोच रही है के :- " काश मैंने उन्हें अचार दे दिया होता "

सबक: शौहर अगर प्रोफ़ेसर हो तो बीवी को उससे पंगा नहीं लेना चाहिए

व्यंग