आपने दहेज़ नहीं लिया है तो बहुत अच्छा काम किया है, अल्लाह इसका सिला आपको आखिरत में देगा इंशा अल्लाह, लेकिन दहेज़ ना लेकर लड़की और उसके घरवालों पर आपने कोई एहसान नहीं किया,
लिहाज़ा " हमने तो कुछ नहीं लिया " का ताना देकर लड़की या उसके घरवालों पर एहसान जताकर अपनी नेकी बर्बाद ना करें, ताना देने से बेहतर है के दहेज़ ही ले लीजिए ,
क्योंकि लड़की और उसके घरवालों के लिए ताने सुनना दहेज़ देने से ज़्यादा तकलीफ़देह है,