हज़रत उममे सलमा और हज़रत उम्में हबीबा ने नबी ए अकरम मुहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम से एक गिरजा का ज़िक्र किया जिसको उन्होंने हब्शा (इथोपिया) के मुल्क में देखा था उसमे जो मूर्तियां देखी थी वो बयान की,
इस पर रसूल अल्लाह मुहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फरमाया के:-" ये ऐसे लोग थे अगर इनमें का कोई नेक आदमी मर जाता था तो इसकी क़ब्र पर मस्जिद बनाते और उसमे ये बुत रख लेते, ये लोग अल्लाह के नज़दीक सारे मखलूकात में बदतर हैं "
(सही मुस्लिम हदीस 1181 इंटरनेशनल किताब 5 हदीस 21)
साभार: Umair Salafi Al Hindi