एक शख्स समुंदर के किनारे वाक कर रहा था उसने दूर से देखा के कोई शख्स नीचे झुकता , कोई चीज उठाता है और समुंदर में फेंक देता है,
ज़रा करीब जाता है तो क्या देखता है के हजारों मछलियां किनारे पर पड़ी तड़प रहीं हैं, शायद किसी बड़ी लहर ने उन्हें समुंदर से निकाल कर रेत पर ला पटका था , और वह शख्स उन मछलियों को वापस समुंदर में फेंक कर उनकी जान बचाने की कोशिश कर रहा था,
उसे उस शख्स की बेवकूफी पर हंसी आ गई और हंसते हुए उसे कहा :-" इस तरह क्या फर्क पड़ना है हजारों मछलियां हैं कितनी बचा पाओगे ??"
ये सुनकर वह शख्स नीचे झुका , एक तड़पती मछली को उठाया और समुंदर में उछाल दिया वह मछली पानी में जाते ही तेज़ी से तैरते हुए आगे निकल गई, फिर उसने सुकून से दूसरे शक्श से कहा :-" इसे फ़र्क पड़ा "
ये कहानी हमें समझा रही है के हमारी छोटी से कोशिश से भले मजमूई हालात तब्दील ना हो मगर किसी एक के लिए वह फायदेमंद हो सकती है,,
लिहाज़ा दिल बड़ा रखें और अपनी ताकत वा हैसियत के मुताबिक अच्छाई करते रहें इस फिक्र में मुब्तिला ना हों के आपकी इस कोशिश से मुआशरे (समाज) में कितनी तब्दीली आई,
साभार: Umair Salafi Al Hindi
ब्लॉग: islamicleaks.com