Saturday, February 13, 2021

EK ZIDDI LADKI

 




वह ज़िद्दी लड़की थी और ऐसे ही हार मानने वाली नहीं थी उसे पता चला था के उसके दोस्त को अपने अब्बा जी से डांट पड़ी है, क्यूंकि लॉकडाउन के दौरान उसके घरवालों को उनके ताल्लुक का पता चल गया था, उसने डरते हुए वहीं मानूस सा नंबर डायल किया , आगे से भारी और अजनबी आवाज़ में हैलो कहा गया।

उसने अपनी हिम्मत जमा की और दो टूक बात करने का फैसला किया ,

"सलामुन अलैकुम अंकल ! मुझे आपसे ही बात करनी है,अंकल मैं वहीं लड़की बोल रही हूं जिसके साथ ताल्लुक पर कल आपने अपने बेटे की दुर्गत बनाई है, अंकल वह आपका बेटा है, आपको उसकी पसंद का ख्याल करना चाहिए , अंकल हम एक दूसरे को पसंद करते है और बहुत अच्छी ज़िन्दगी साथ में गुज़ार सकते हैं, अंकल प्लीज़ एक बार अपने फैसले पर गौर करें "

एक ही सांस में उसने सारी बात कह दी , दूसरी तरफ थोड़ी देर खामोशी छाई रही, फिर जवाब आया:

" जी नताशा बेटा ! आप सही कह रही हो, मुझे भी अपनी ग़लती का एहसास हो गया है, जल्द ही हम आपके घर रिश्ता लेकर आएंगे "

धीमे लेहजे में जवाब आया जिसकी वह बिल्कुल तवाक्को नहीं कर रही थी,

" जी अंकल शुक्रिया ! लेकिन मेरा नाम नताशा नहीं हिना है "

लेकिन मेरे बेटे का ताल्लुक तो नताशा से है, उसने खुद भी यही नाम बताया है, जो चैट पढ़ी थी उसमे भी यही नाम था, और कश्मीर वाली विडियो आपने भेजी हुई थी उसमे भी तो ये बार बार कह रहा था के नताशा बर्फ ना फेंकों, कैमरे में पानी चला जाएगा "

दूसरी तरफ से गहरी खामोशी छा गई,

वह सोच रही थी के वह तो कभी उसके साथ कश्मीर नहीं गई, ऐसी कोई विडियो भी नहीं बनाई,

यही सोचते हुए उसने कॉल काट दी के उस कमबख्त का किसी और से भी ताल्लुक है, और ये रोंग नंबर लड़के के बाप ने उसके दिमाग में डाल दिया,

कॉल कटते ही लड़के के अब्बा जी मुस्कुराए और ये कहते हुए मोबाइल रख दिया के बाप बाप ही होता है,

मेरे बेटे तेरी शादी वहीं लगेगी जहां मैं चाहूंगा, फिर सफाइयां देते रहना के ये नताशा कौन है,

साभार: Umair Salafi Al Hindi
Blog: Islamicleaks.com