हज़रत अब्दुल्लाह बिन मसूद राजियलाह से मर्फुअन मरवी है के नबी ए करीम मुहम्मद (sws) ने फ़रमाया :-" जो चीज़ तुम्हे जन्नत के करीब कर सकती थी मैंने तुम्हे उसका हुकम दे दिया, और जो चीज़ तुम्हे आग के करीब कर सकती थी उससे मना कर दिया,
रूह ए कुदस ( जिबरील ) ने मुझे बताया है के कोई नफस उस वक़्त तक नहीं मरेगा जब तक अपना रिज्क मुकम्मल ना कर ले, इसलिए अल्लाह से डरो, और अच्छे अंदाज़ से तलब करो, और रिज्क में ताखीर ( देरी) तुम्हे अल्लाह ताला की नाफर्मानी पर ना उभारे, क्यूंकि अल्लाह ताला के पास जो कुछ है उसकी इता अत के जरिए ही हासिल किया जा सकता है "
( सिलसिला तुस सहीहा हदीस 1012 )
UmairSalafiAlHindi