एक बच्चे ने समुंदर पर अपना जुता खो दिया तो उसने रेत पर लिख दिया कि ए समुंदर तू चोर है ।
कुछ ही फासले पर एक शिकारी ने समुंदर में जाल फेका और बहुत सारी मछलियों का शिकार किया तो उसने खुशी के आलम में रेत पर लिख दिया की सेखावत के लिए इस समुंदर की मिसाल दी जाती है ।
एक नौजवान ने समुंद में गोता लागाया और वो गोता उसका आख़िरी गोता साबित हुआ ।
वही रेत पर बैठी उस नौजवान की माँ ने लिखा कि ए समुंदर तू कातिल है ।
वही रेत पर बैठी उस नौजवान की माँ ने लिखा कि ए समुंदर तू कातिल है ।
एक बूढ़े शख्श को समुंदर ने मोती तोहफे में दिया जिसे पाकर वो बूढ़ा बहुत ख़ुश हुआ और उसने ख़ुशी के आलम में रेत पर लिखा की ए समुंदर तू करीम है ।
तभी एक बड़ी लहर आयी उसने सबका लिखा मिटा दिया ।
पता चला कि लोगो की बातों पर कान मत धरो , जो जहा से देखता है अपने ज़र्फ़ के मुताबिक उतना ही बोलता और सोचता है ।
शहबाज़ रशादी ।