Tuesday, October 13, 2020

तीन आदमी ऐसे है जो दुआ करते हैं लेकिन उनकी दुआ क़ुबूल नहीं की जाती,




 عن أبي موسى الأشعري ‌رضی ‌اللہ ‌عنہ ‌ مرفوعا: ثلاثةٌ يَدْعُوْنَ الله فَلَا يُسْتَجَابُ لهُمْ: رجلٌ كانتْ تَحتَه امرأةٌ سيئةُ الخلقِ فَلم يُطَلّقْهَا، ورجلٌ كانَ لَه عَلى رجلٍ مَالٌ فلم يشهدْ عَليه، ورجلٌ آتى سفِيهًا مَاله وَقَدْ قَالَ الله عز وجل (وَ لَا تُؤۡتُوا السُّفَہَآءَ اَمۡوَالَکُمُ)(النساء:5).

हजरत अबू मूसा अशरी से मर्फुआं रिवायत है के : तीन आदमी ऐसे है जो दुआ करते हैं लेकिन उनकी दुआ क़ुबूल नहीं की जाती,
वह शख्स जिसके पास बदाखलाक़ बीवी थी, लेकिन उसने उस औरत को तलाक़ नहीं दी, वह सख्स जिसका किसी दूसरे सख्स के ज़िम्मा कुछ माल था लेकिन उसने गवाह नहीं बनाया, और वह सख्स जिसने अपना माल किसी बेवकूफ को दिया, हालांकि अल्लाह ताला ने फरमाया
" बेवकूफों को अपना माल ना दो " (क़ुरआन अल निशा आयात 5)
(सिलसिला अस साहीहा हदीस 1947)
साभार: Umair Salafi Al Hindi