Tuesday, October 20, 2020

लोगों पर ऐसा ज़माना आएगा

 



आज के इस पुर फितन दौर में दीन पर चलना बड़ा मुश्किल हो गया है लेकिन जो आजके इस दौर में सहाबा किराम की तरह अपने अकीदे को खालिस करके ईमान को कामिल करके दुनिया वा दुनिया के फित्नो से उसके माल वा दौलत वा जायदाद के लालच से बेरगबती अपना कर दीन पर अमल करके सहाबा किराम की तरह दावत वा हिजरत वा जिहाद करेगा,

सहाबा किराम की तरह माली वा जानी कुर्बानी देगा, और तौहीद के लिए अपना खून बहाएगा तो वह अजर भी सहाबा किराम की तरह पाएगा,
يَأْتِي عَلَى النَّاسِ زَمَانٌ الصَّابِرُ فِيهِمْ عَلَى دِينِهِ كَالقَابِضِ عَلَى الجَمْرِ۔
नबी ए अकरम मुहम्मद (sws) का इरशाद है:
" लोगों पर ऐसा ज़माना आएगा के उसमे दीन पर सब्र वा इस्तेकामत के साथ जमने वाला ऐसा होगा जैसे अंगारे को मुट्ठी में लेने वाला "
(तिरमिज़ी हदीस 2260)
إِنَّ مِنْ وَرَائِكُمْ أَيَّامَ الصَّبْرِ، الْمُتَمَسِّكُ فِيهِنَّ يَوْمَئِذٍ بِمِثْلِ مَا أَنْتُمْ عَلَيْهِ لَهُ كَأَجْرِ خَمْسِينَ مِنْكُمْ» ، قَالُوا: يَا نَبِيَّ اللهِ، أَوَمِنْهُمْ؟ قَالَ: «بَلْ مِنْكُمْ» ، قَالُوا: يَا نَبِيَّ اللهِ، أَوَمِنْهُمْ؟ قَالَ: «لَا، بَلْ مِنْكُمْ» ثَلَاثُ مَرَّاتٍ أَوْ أَرْبَعًا۔
नबी ए अकरम मुहम्मद (sws) का इरशाद है:
" बेशक तुम्हारे बाद ऐसे सब्र वा तहम्मुल के दिन आ रहें हैं जिनमें उस वक़्त तुम्हारी तरह दीन को थामने वाला ऐसा अजर वा सवाब का मुस्तहिक होगा जैसे तुम में से 50 लोगों का अजर,
सहाबा किराम ने सवाल किया के हमारे पचास या उनके अपने दौर के पचास के बराबर ??
आपने इरशाद फरमाया:- " तुम में से 50 के बराबर, "
कई दफा तीन या चार मर्तबा यही सवाल किया गया, आप (sws) ने यही जवाब दिया "
(तिब रानी 289)
साभार: बहन शबाना रमज़ी
ब्लॉग: islamicleaks.com