Saturday, April 24, 2021

परखिए अपने आपको ,




 परखिए अपने आपको ,


एक छोटा सा लड़का दुकान में दाखिल होकर कोने में लगे टेलीफोन केबिन की तरफ बढ़ा, टेलीफोन में सिक्के डालना तो उसके लिए एक अच्छा खासा मसला था ही, बात करने के लिए तो उसे स्टूल पर खड़ा ही होना पड़ा,

दुकानदार के लिए ये मंज़र बड़ा हैरान करने वाला था उससे रहा नहीं गया और लड़के की बात चीत सुनने के लिए उसने अपने कान उधर लगा दिए,

लड़का किसी औरत से बात कर रहा था और उससे कह रहा था,

" मैडम! आप मुझे अपने बगीचे की सफाई सुथराई और देखभाल के लिए नौकर रख लीजिए,"

जबकि औरत का जवाब था," फिलहाल तो मेरे पास इस काम के लिए एक नौकर है"

लड़के ने इसरार करते हुए उस औरत से कहा के ," मैडम ! मैं आपके बगीचे का काम आपके मौजूदा नौकर से आधी तनख्वाह पर करने के लिए तैयार हूं"

उस औरत ने जवाब दिया के वह अपने नौकर से बिल्कुल संतुष्ट है और किसी कीमत पर भी उसे तब्दील नहीं करना चाहती,

अब लड़का मिन्नत समाजत पर उतर आया और आजिजी से बोला," मैडम ! मैं बगीचे के काम के अलावा आपके घर के सामने वाले रास्ते और फुटपाथ की भी सफाई करूंगा और आपके बगीचे को कानपुर का सबसे खूबसूरत बगीचा बना दूंगा,"

और इस बार भी उस औरत का जवाब " नहीं" में था,

लड़के के चेहरे पर एक मुस्कुराहट आई और उसने फोन बंद कर दिया,

दुकानदार जो सारी गुफ्तुगू सुन रहा था उससे रहा ना गया और वो लड़के की तरफ बढ़ा और उससे कहा," मैं तुम्हारी आला हिम्मती की दाद देता हूं, और तुम्हारी लगन, मुस्बत सोचों और उमंगों का एहतेराम करता हूं, मैं चाहता हूं कि तुम मेरी इस दुकान में काम करो"

लड़के ने दुकानदार को कहा ," आपकी पेशकश का बहुत शुक्रिया, मगर मुझे काम नहीं चाहिए, मैं तो बस इस बात की तस्दीक करना चाह रहा था के मैं आजकल जो काम कर रहा हूं उसका मैयार काबिल ए कुबूल है या नहीं ?? और मैं इसी औरत के यहां नौकर हूं जिसके साथ मैं गुफ्तुगु कर रहा था,"

सबक: अगर आपको अपने काम के मेयार का भरोसा है तो फिर उठाइए टेलीफोन और परखिए अपने आपको....!!

अल्लाह ताला सबके लिए आसानी पैदा करे...आमीन

साभार: Umair Salafi Al Hindi
Blog: Islamicleaks.com