Monday, July 26, 2021

क्या शाबान की 15वी रात फैसलों की रात है ??

 



क्या शाबान की 15वी रात फैसलों की रात है ??


अल्लाह ताला का इरशाद है ,

" यकीनन हमने इसे बा बरकत रात में उतारा है , बेशक हम डराने वाले हैं, इस रात में हर मजबूत काम का फैसला किया जाता है "

(कुरआन सुरा अल दुखान आयत 3, 4)

अल्लाह ताला के इस फरमान में " बा बरकत " रात का जिक्र आया है जिसमे कुरआन मजीद को उतारा गया , और जिसमे साल भर में होने वाले वाकयात का फैसला किया जाता है,

इस रात से कौन सी रात मुराद है ? खुद कुरआन मजीद में इसका जवाब मौजूद है,

अल्लाह ने फरमाया," बेशक हमने इसे लैलातुल कद्र में उतारा "

(कुरआन सुरा अल कद्र )

तो " बा बरकत " रात से मुराद लैलातुल कद्र है जो रमजानुल मुबारक के आखिरी अशरे की ताक रातों में आती है, और इसी में इंसान की जिंदगी और मौत , रिज्क, और तमाम हादसात का फैसला कर दिया जाता है

" बा बरकत " रात की यही तफसीर हज़रत अब्दुल्लाह बिन अब्बास, हज़रत कतादा, हज़रत हसन वगेरह ने की है और इसी तफसीर को जमहूर मुफस्सिरीन ने दुरुस्त करार दिया है,

अल्लाह हमें हक बात कहने और समझने की तौफीक दे...आमीन

साभार: Umair Salafi Al Hindi
Blog: islamicleaks