तीन दिनों से नहर स्यूज मिस्र के अंदर एक बहुत बड़ा जापानी जहाज रास्ता रोक कर खड़ी है, यूरोप और अमेरिका में तेल का दाम दस गुना महंगा हो चुका है, जापानी कंपनी ने माफी मांगी है, इसे सीधा करने के लिए दुनिया भर की माहिर कंपनियां कोशिश कर रही हैं मगर अब तक नाकाम रहीं हैं,
अंदाज़ा हैं के ऐसे ही हफ्ता दस दिनों तक रास्ता रुका रह सकता है जिससे यूरोप और अमेरिका के अंदर तेल की कीमतों में पचास गुना इज़ाफा हो जायेगा ,
दरअसल कुछ टेक्निकल खराबी की वजह से जहाज के सारे इंजन बंद हो गए , जहाज काबू से बाहर हो गया मतलब काग़ज़ की कश्ती जैसी इसकी हालत हो गई है, हवा तेज चलने लगी फिर हवाओं ने इसका रुख मोड़ दिया और इस तरह जहाज का अगला सिरा जाकर साइड में खुश्की के अंदर दूर तक धंसता चला गया, मालूम रहे जहाज़ एफिल टावर से भी लंबा है,
नोट : इसी रास्ते को 1973 की लड़ाई में मिस्र और सऊदी अरब की तरफ से एक हफ्ते के लिए रोका गया था तो उस वक्त यूरोप और अमेरिका के अंदर सारी गाडियां सड़क पर खड़ी हो गईं थी और सब लोग पैदल हो गए थे,
ये कुदरती ताकत और वसाएल अल्लाह ने मुसलमानों को अता किया है, बस मुनाफिकों के खात्मे और आपसी इत्तेहाद की जरूरत है,
साभार: डॉक्टर अजमल मंजूर मदनी
तर्जुमा: Umair Salafi Al Hindi
Blog: Islamicleaks