मौदूदी जमात (जमाते इस्लामी) पर राफज़ियत किस क़दर हावी है ये आपने मुहर्रम के पहले अशरे में बखूबी देख समझ लिया होगा। जब इब्ने सबा की सगी औलाद ईरानी रवाफिज़ और सौतेली औलाद इन मौदूदियों में अक़ायद नज़रियात के मामले में फर्क ना के बराबर साफ दिख रहा है तो 2+2=4 के फॉर्मूले की तरह यह भी साफ है कि सलमान नकवी हो या अबुल फजल के दड़बे से संचालित होने वाली जमाते इस्लामी हो, इनके सिर्फ अक़ायद ही नहीं बिगड़े बल्कि ये लोग पूरी तरह ईरान स्पॉन्सर्ड प्रॉपेगंडा को फरोग़ देते हैं।
कुछ घंटे पहले मौदूदी भक्त प्लास्टिक जेहादी एक फ़ेक ब्रिटिश न्यूज पोर्टल की खबर को आधार बनाकर इमामे काबा अल सुदेश पर बोहतान बांध रहा था कि इमाम साहब ने लेटेस्ट जुमे के खुतबे में मस्जिद अक्सा को इजरायल का इंटर्नल मैटर बताया है साथ ही ट्रंप के लिए दुआ फरमाई है। इस ईरान स्पॉन्सर्ड बकवास को लिखकर लिस्टभर के राफज़ियों, नीम राफज़ी मौदूदियों और गाली बरेलियों को पोस्ट पर बुलाकर नागिन डांस करा रहा था।
कोई इमाम अल सुदेश को मां बहन की गाली दे रहा था, कोई बरेलवी परंपरा जिसमें हरमैन शरीफैन में नमाज़ ना पढ़ने की और अरब वालों को वहाबी कहकर काफिर मुर्तद कहने की परंपरा को निभा रहा था तो कोई अरब की हलाकत की हदीसें याद दिला रहा था। मल्लब एक से बढ़कर एक हरामखोरी उस पोस्ट पर चल रही थी।
अभी कुछ लोगों ने सड़ियल ब्रिटिश न्यूज पोर्टल की उक्त खबर को बेबुनियाद बताते हुए असल अरबी खुतबे और उर्दू तर्जुमा दोनों के वीडियो लिंक कमेंट बॉक्स में डाले, जिन्हें देखकर क्लियर हो गया कि भक्त बिल्कुल फर्जी खबर को अपने मख्सूस मौदूदियन नीम राफज़ी अंदाज़ में पेश करके अपने असली अब्बा ईरानियों के प्रोपेगंडे की राह हमवार कर रहा था।
अरबी लिंक ये रहा
क्या इस खुतबे में मस्जिद ए अक्सा को डोमेस्टिक मैटर बताया और डोनाल्ड ट्रंप की तारीफ हुई, पीस अॉफ ऐडवोकेट से नवाजा गया ?
ये है 4/9/2020 का खुतबा
https://youtu.be/wV10IWND0bs
इसमें ऐसा कुछ नहीं बल्कि फिलस्तीन और मस्जिद अक्सा को इस्लामी मामला बता कर (20:38- 20:45 के बीच) खुतबे के (26:28) पर इमाम साहब इसके लिए दुआ भी कर रहें हैं।
और ये उर्दू तर्जुमा (खुतबे का) लिंक
https://youtu.be/OCAGLOV0GqI
(15:35-15:38) ...फलस्तीन व मस्जिदे अक्सा हमारा अव्वलीन इस्लामी मसला है़: इमाम ए काबा शेख सुदैश, खुतबा जुमा 4 सितम्बर 2020
नोट - इस खुलासे के बाद मौदूदी मलऊन के भक्त अभी अभी पोस्ट डिलीट करके भागा है।
घटिया न्यूज़ पोर्टल का लिंक कॉमेंट में देखें।
साभार: मौहम्मद शाहीन