Friday, January 8, 2021

AURAT KE LIYE EK NASEEHAT

 



अगर औरतें गैर मर्दों के बजाए अपने शौहरों के लिए बनना संवरना शुरू कर दें तो किसी औरत को तलाक नहीं होगी ना किसी को तावीज या झाड़ फूंक की ज़रूरत पड़ेगी,


बाप के बाद जो शख्स औरत के नाज़ वा नखरे उठाता है वह उसका शौहर होता है और ये बात कुछ औरतें मानना तो दूर की बात सुनना भी गवारा नहीं करती,

जो औरतें कहती हैं मर्द किसी का नहीं होता सिर्फ अपनी जात का होता है वह ज़रा हिसाब लगाएं सारे साल का कमाने वाला अपने लिए कितने जोड़े बनाता है,

अगर शौहर कभी गुस्से से बोल दे..

तो ये सोच कर बर्दाश्त कर लिया करो वह सिर्फ अपने लिए ही तो महनत नहीं करता तुम्हारी ज़रूरतों के लिए भी करता है, फिर ये तो वो हस्ती है के अगर इंसान को सजदा जायज होता तो अव्वल नंबर उसका आना था,

वैसे भी शौहर दिल के बूरे नहीं होते बस ज़बान के कड़वे होते हैं,

कामयाब औरत वो नहीं जो पैसे कमा सके , कामयाब औरत वो है जो घर को संभाल सके और घर को अपनी काबीलियत से जन्नत बना सके,

साभार: बहन शिजा सलफी
तर्जुमा: Umair Salafi Al Hindi
Blog: islamicleaks.com