Monday, March 8, 2021

BIWI PAR KABHI APNI KAMAI KA EHSAAN NA JATLAAYEN




 बीवी पर कभी भी अपनी कमाई का एहसान ना जतलाएं

क्यूंकि अगर आप मजदूर बनकर कमाई कर रहें हैं तो आपकी बीवी भी मजदूर बनकर आपके घर के काम कर रही है अगर यकीन नहीं तो जो काम बीवी कर रही है इन कामों के लिए आप खादिमा रखकर देख लें आपको यकीन हो जायेगा के आपकी बीवी आपकी तनख्वाह से ज्यादा घर का काम कर रही है, जैसे
घर के कपड़े धोने के लिए आप खादिम रखें तो कम से कम तनख्वाह 2000 रुपए।
खाना पकाने और बर्तन धोने वाली खादिमा की तनख्वाह 4000 रुपए
घर की सफाई के लिए खादिमा की तनख्वाह 2000 रुपए ,
इन तीनो खादिमा में से कोई भी खादिमा ऐसी नहीं होगी के जो आपकी औलाद को संभाले भी, इसके लिए आपको एक आया भी रखना पड़ेगी जिसकी 24 घंटे की ड्यूटी होगी उसकी तनख्वाह 10000 रुपए,
लो मेरे प्यारे भाइयों अब ज़रा इन सारी खादिमाओं की तनख्वाह को जमा करें, तो कुल मिज़ान बनता है 18000 रुपए
तो अब आप मुझे ये बताएं के ऐसा शौहर जो 15 से 20 हज़ार रुपए तनख्वाह कमाकर घर में जाकर अपनी बीवी पर हुक्मरानी झाड़े, उसे शर्म करनी चाहिए के जो उसके लिए उसकी औलाद के लिए उसके घर के लिए इतना कुछ कर रही है और उससे कोई सवाल नहीं करती,
और फिर अजब बात तो ये है के अगर आपकी खादीमा से कोई गलती हो जाए तो आप कभी भी उन्पर हाथ नहीं उठाते, लेकिन बेगैर तनख्वाह पर काम करने वाली बीवी से अगर कोई गलती हो जाए तो आसमान सर पर उठा लिया जाता है, उसके मायके उसके भाई उसके मां बाप तक कोई नहीं छोड़ा जाता सबको गालियां निकाली जाती हैं ताने मारे जाते हैं और आखिरकार हाथ भी उठाया जाता है, ज़ुल्म भी किया जाता है,
जैसा के अल्लाह के रसूल ने इरशाद फरमाया था कि तुम में से बेहतरीन इंसान वो है जो अपने घरवालों से बेहतर हो,
और आपने फरमाया अपने घरवालों के हवाले से में टीम से सबसे बेहतर हूं,
अल्लाह हमें भी अपने घर वालों के लिए बेहतर बनने की तौफीक अता फरमा,
साभार: हाफ़िज़ अब्दुल खालिक भट्टी
तर्जुमा: Umair Salafi Al Hindi
ब्लॉग: islamicleaks.com