एक खूबसूरत ईमान अफ़रोज़ कहानी
एक आदमी अपनी बीवी से बेइंतेहा मुहब्बत करता था वो दोनो 10 साल से भी ज्यादा वक्त से साथ रह रहे थे, जब उस आदमी से उसकी बीवी के बारे में पूछा गया कि तुम्हे उसकी कौनसी से खूबी पसंद है तो उसने जवाब दिया।
"जबसे हमारी शादी हुई थी उसने कभी भी मुझसे नमाज़ पढ़ने के लिए दबाव नहीं डाला साल दर साल बीतते गए लेकिन मैंने उसकी किसी बातों पर ध्यान नहीं दिया लेकिन जब हमारी शादी की दसवीं सालगिरह पर मैंने उससे पूछा कि वो मुझसे क्या तोहफ़ा चाहती है और बस उसने सिर्फ इतना बताया कि
" मेरे लिए बेहतरीन तोहफ़ा वो होगा जब आप नमाज़ पढ़ने लगेंगे "
में इस बार उसकी ख्वाहिश को ठुकरा नहीं सका और अब उसका नतीजा देखलो, मैं अब पाबंदी से वक्त पर इबादत करता हूं,
वो ही मेरी ज़िन्दगी में इस खूबसूरत बदलाव की जिम्मेदार है और मैं उससे मुहब्बत करता हूं, मैं सोच भी नहीं सकता की मैंने उसके बिना अपनी ज़िन्दगी के इतने साल बर्बाद कर दिया ,"
हज़रत अबू हुरैरा से रिवायत है कि नबी ए अकरम मुहम्मद सल्लल्ल्लाहू अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया :- औरत से चार खूबियों को बिना पर निकाह किया जाता है
1- माल
2- खानदान
3- खूबसूरती
4- दीनदारी
तो तुम दीनदार औरत को तरजीह देना "
(सही बुखारी )
साभार: बहन सबा युसुफजई
तर्जुमा: Umair Salafi Al Hindi
ब्लॉग: Islamicleaks.com