एक लड़की किस्सा लिखती है के
मैने घर की सफाई की उसी दौरान भाई में फोन किया के मैं बीवी बच्चों समेत तुम्हारी मुलाकात के लिए आ रहा हूं,
कहती है के मैं किचन चली गई, ताकि उनके लिए जल्दी से कुछ तैयार कर सकूं, पर घर में सिर्फ दो या तीन आम ही पड़े थे, जल्दी में दो ग्लास जूस तैयार कर लिया,
जब वह आए तो भाई के साथ उसकी सास भी थी ! जो कि इससे पहले कभी नहीं आई थी, तो मैंने दो ग्लास जूस मां और बेटी के सामने रख दी और पानी का ग्लास भाई के सामने रख कर कहा के
" मुझे पता है कि आपको सेवन अप पसन्द है"
भाई ने जैसे ही ग्लास मुंह में लगाया तो समझ गया के ये तो पानी है,
उसी दौरान सास ने मेरे भाई से कहा:-" बेटे सेवन अप मेरे पेट के लिए अच्छा है इसलिए मेरा जूस तुम पी लो और सेवन अप मुझे दो"
यहां पर मेरे होश उड़ गए , सख्त शर्मिंदगी हुई के मेरी चालाकी रुसवा हो गई, पर अल्लाह मेरा भाई सलामत रखे,
भाई ने अपनी सास से कहा :-" इस ग्लास से तो मैंने काफी सेवन अप पी लिया है, आपके लिए मैं फ्रिज से बोतल लाता हूं, उसने ग्लास लिया है जल्दी से बाहर निकला, थोड़ी देर बाद हमने ग्लास टूटने की आवाज़ सुनी !
भाई वापस आया , सास से कहा सेवन अप का बोतल तो मुझसे गिर कर टूट गया , मैं जल्दी से दुकान से तुम्हारे लिए एक बोतल ले आता हूं ??
सास ने सख्ती से इन्कार कर दिया के चलो ये मेरे नसीब में नहीं था,
जब वह रुखसत होने लगे तो भाई पीछे रहा , खुदा हाफ़िज़ कहा , और उसी दौरान हाथ में पैसे भी थमा दिए , और मुस्करा कर बोला, मेरी प्यारी बहन किचन में गिरे हुए सेवन अप की जगह को धो डालना,
इसी तरह मेरे भाई ने मेरी कमजोरी पर पर्दा भी डाला और मेरे साथ मदद भी की,
कुरआन मजीद में इरशाद है:
سَنَشُدُّ عَضُدَكَ بِأَخِيكَ
तर्जुमा: " हम तेरे भाई के साथ तेरा बाजू मजबूत कर देंगे"
(कुरआन अल कसस आयात 35)
अल्लाह ताला सब बहन भाइयों के नसीब अच्छे फरमाए, आमीन