Wednesday, December 16, 2020

AAJ KI MODERN MUSALMAN LADKIYAN




आज की मॉडर्न मुसलमान लड़कियां


लड़की (1) " मुझे शादी करनी है तो सिर्फ तुमसे , वरना जान दे दूंगी, लेकिन किसी और से शादी नहीं करूंगी"

लड़की (2) "मैंने सिर्फ तुमसे प्यार किया है और प्यार के आगे मज़हब भी छोटी चीज है, बदलना भी पड़े तो बदल लूंगी"

लड़की (3) "मां बाप, घर धर, भाई बहन भी प्यार के लिए छोड़ना पड़े तो भी छोड़ दूंगी"

लड़की (4) "घरवालों की इज़्ज़त से हमें क्या , हमने तो बस प्यार किया है,"

कुछ ऐसी ही सोच आज खुद को मॉडर्न कहने वाली कुछ मुसलमान लड़कियों की है,

मेरी बहनों,

इतनी बेवफाई कैसी ??

सुनो

हमारे तो फिर भी वालिदैन और रिश्तेदार रिश्ता ढूंढते हैं और मशरीकी तहज़ीब में रहते हैं, जाकर ज़रा उस गन्दे मगरिब जिसको फ़ैशन के नाम पर तुम फ़ॉलो करती हो ज़रा जाकर उस मगरिब की लड़कियों की खबर लो जो अपने शौहर खुद ही तलाश करती हैं,

12- 14 साल की उम्र से हो शौहर तलाश करना शुरू करती हैं तो 50 साल तक उन्हें कोई शौहर दस्तयाब नहीं होता ,

लेकिन ब्वॉयफ्रेंड ज़रूर मिलते हैं, इतनी उमर ना जाने कितने घोड़े बदलती हैं, ना जाने कितनी बार खुद का जिस्म बेचती है, लेकिन इज़्ज़त खतम हो जाती है, और वो बाजारू बन जाती हैं लेकिन उन्हें शौहर नहीं मिलता,

और अगर मिलता भी है तो एक साल के लिए दो साल के लिए कॉन्टैक्ट के बिना पर , या फिर इस कॉन्ट्रैक्ट पर की अगर कभी दिल ना भरा तो फिर तलाक (Separation) ले लेंगे , या फिर लिव इन रिलेशन के नाम पर

मगरिब की तहज़ीब (Western Culture) की बात करूं तो बहुत कुछ है कहने के लिए लेकिन अब वक्त हमें ये बताता है कि आने वाले कुछ सालों में यूरोप और अमेरिका या मगरिब के हर दूसरे इंसान को अपने बाप का नाम नहीं पता होगा,

खुद को मॉडर्न कहने वाली मेरी बहनों, तुम्हे पता है आज तुम उस तहज़ीब के पीछे खुद को बर्बाद कर रही हो जिस तहज़ीब में औरत को इज्जत देना उनका शाआर नहीं बल्कि औरत की इज़्ज़त लेने को वो खुद की और औरत की आज़ादी कहते हैं,

साभार: Umair Salafi Al Hindi
ब्लॉग: islamicleaks