यह है एक रूसी लड़की जो फ़ूड कंपनी में काम करती है और दो बच्चों को लेकर घर घर खाना डिलीवर करती है !!
यह है मग़रिबी औरत के हालत बेहद अफ़सोस नाक बच्चे भी संभाले और और रोज़गार के लिए घर से बाहर काम भी करे !!
और इसी तहज़ीब के पीछे आज की लड़कियां मरी जा रही हैं उन्हें बराबरी की यही आज़ादी चाहिये !!
बेहद ही अफ़सोस नाक मंजर इससे और क्या होगा के एक औरत जिसे घर में दो बच्चे संभालने में मुश्किल पेश आती है वो दो बच्चों को साथ ले कर घर-घर डिलीवरी दे रही है !!
क़ुर्बान जाएं अपने नबी पर जो इतना खूबसूरत दीन लाए जिसमे औरतों को मलिका जैसा हक़ दिया !!
इस्लाम ने औरत पर ऐसा कोई बोझ नहीं डाला इस्लाम ने कहा औरत का हुस्न नज़ाकत में है !!
इस्लाम ने औरत की डिफेंस मर्दों की ज़िम्मेवारी कहा !!.
इस्लाम ने नान नफ़के की फ़रावरी मर्दों की ज़िम्मेवारी रखी !!
इस्लाम ने कहा औरत का काम घर में रहे और बच्चे संभाले ,शौहर के लिए अच्छा माहौल पैदा करे ताके जब वो थका मांदा घर आए तो राहत महसूस करें सुकून महसूस करे !!
फिर भी मग़रिब कहता है
मुस्लिम औरत पर ज़ुल्म होता है जबकि वो ख़ुद औरतों पर आज़ादी के नाम पर बराबरी के नाम पर ज़ुल्म करते हैं जिसको इस्लाम ने शहज़ादी बनाया उसको बीच सड़को पर रौंद देना चाहते है !!
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