Sunday, May 9, 2021

और क्या गारंटी है कि मैं तब्दील नहीं हो जाऊंगी ??




 मैं अक्सर ये बात कहती रही हूं के दीनदार (प्रैक्टिसिंग) मुस्लिम लड़कियों को चाहिए के दीनदार (प्रैक्टिसिंग) लड़कों से ही शादी करें ताकि उन दोनों की सोच मिलती जुलती हो तो साथ रहना आसान होगा और दूसरा ये के अगर अपनी सोच के लड़के से शादी नहीं करेंगे तो मजबूरन उस लड़के को भी किसी ऐसे लड़की से शादी करनी पड़ेगी जिससे उसकी सोच ना मिलती हो,


लेकिन हमेशा ऐसा मुमकिन नहीं होता मुख्तलिफ वजूहात की बिना पर तो लोग हमें कहते हैं के

" किसी भी लड़के से शादी कर लो, शादी के बाद उसे दीनदार बना देना , अच्छा है तुम्हारी वजह से कोई हिदायत पर आ जाए"

जवाब में मैं कहता हूं के इसकी क्या गारंटी है के वह तब्दील हो जाएगा ?? और क्या गारंटी है कि मैं तब्दील नहीं हो जाऊंगी ??

मिसाल के तौर पर देखिए जब से सना खान ने शो बिज की दुनिया छोड़ी है और मुफ्ती साहब से शादी की है, सना खान का तो पता नहीं लेकिन मुफ्ती साहब में काफी तब्दीली देखने में आ रही है, ये तो हाई प्रोफ़ाइल शादी है हम आम हालातों में भी इसका मुआयना कर सकते हैं,

तो मैं यही कहना चाहती थी के किसी के कहने में आकर कहीं भी शादी ना कर लेना , सोच समझ कर फैसला करके अपनी सोच के मुताबिक लड़के से ही शादी करना , वरना अगले का तो पता नहीं , कहीं आप ही तब्दील ना हो जाओ,

मनकूल

तर्जमा: Umair Salafi Al Hindi
Blog: Islamicleaks.com