कभी मायूस मत होना !
उम्मीदों के समुंदर में
तूफान आते रहते हैं,
सफीने डूबते भी हैं,
सफर लेकिन नहीं रुकता,
मुसाफिर टूट जाते हैं,
मगर मल्लाह नहीं थकता,
सफ़र तय होके रहता है,
कभी मायूस मत होना,
अंधेरा कितना गहरा हो,
कभी मायूस मत होना,
साभार: Umair Salafi Al Hindi
Blog: Islamicleaks.com