Saturday, August 1, 2020

MUSALMAN QAUM KI HAALAT BHED BAKARIYON KI TARAH HO GAYI HAI








मुसलमान कौम की हालत भेड़ या गाय की तरह हो गई है जो जहां चाहता है हाका के ले जाता है गोया ये अक्ल से कोरे , आंख से अंधे और कान से बहरे हो गए हैं

जो कौम अपनी ज़िन्दगी में मुहम्मद (sws) को अपना आइडियल नहीं बना पाई, आइडियल बनाना तो दूर की बात नबी की ज़िन्दगी का १० फीसद पर भी अमल नहीं कर पाई, चलिए माना आप लोग नबी को इंसान नहीं समझते,

लेकिन हज़रत उमर, अबू बक्र, उस्मानी, अली तो इंसान ही है ना , इनको भी अपना आइडियल नहीं बना पाई, कम से कम 10-20 फीसद भी मुझे नहीं लगता कि तुम उनके तरीके पर हो,

इमाम अबू हनीफा, मालिक ,शाफई, हांबली इनके ज़िन्दगी के बारे में हमने खूब तकरीरें की इनके मनहज का खूब दीफ़ा किया, लेकिन क्या हम इन इमामों को अपना आइडियल बना पाए ???

लॉकडाउन का वक़्त है हर इंसान के पास खाली वक़्त है और उसने इस खाली वक़्त में जम कर Dirilis Ertugrul देखा है और अब वो इस किरदार में अपना आइडियल देख रहें हैं, ऐसा लगता है मानो इस्लाम ही Ertugrul से शुरू हुआ है, और इसके पहले के सब किरदार इसके आगे चूरन बेचते थे,

खैर मुझे पता है जब तुम लॉक डाउन के बाद अपनी अपने कामों में मसरूफ हो जाओगे तो Ertugrul का भूत भी उतर जाएगा,

खैर अक्सर भारतीय मुसलमानों ने अपना आइडियल किसी मुसलमान सख्स को माना ही नहीं , बस सब भेड़ चाल में लगे हुए हैं इल्म किसी के पास नहीं जों दिखता है वो बिकता है,

इसी तरह समाजी आइडियल के लिए हमेशा मुसलमानों ने किसी गैर मुस्लिम को ही पसंद किया है , कभी केजरीवाल , अखिलेश यादव, लालू यादव, मायावती, वगेरह खैर ये तो फील्ड वाले हैं, चलो तुम इनकी महनत से सूतिया बने तो बने,

मुसलमानों कि ऐसी हालत है की अगर कोई गैर मुस्लिम ज़रा सी हमदर्दी वाली पोस्ट कर दे तो लग जाते हैं उस प्रोमोट करने बिना किसी तहकीक के, गोया किसी गैर मुस्लिम के लिए मुसलमानों को सुतीया बनाया बहुत आसान हो गया है,

ताज़ा उदाहरण सोनू सूद का ले लीजिए , एक परेशान मजदूर सोनू सूद को एंड्रॉयड मोबाइल से ट्वीट करता है मुझे घर जाना है मदद करो, यानी मजदूर ट्वीट करके बताया है, बहुत एडवांस मजदूर था,

और सोनू साहब कहते हैं बेटा बैक पैक कर अभी आता हूं , और उस बन्दे को उसके घर पहुंचा देते हैं बिना किसी सरकारी परमिशन के, और सबसे ज़्यादा सोनू सूद को मुसलमानों ने प्रोमोट किया बिना किसी तहकीक के

आपको याद दिला दूं , सोनू सूद को लेकर कोबरा पोस्ट ने स्टिंग किया था कि ये बंदा बीजेपी से मिला हुआ है और ट्विटर पर मोदी का प्रचार के बदले इसने 2.5 करोड़ की मांग की थी, बहुत बड़ा गेम खेल गया सोनू सूद

खैर छोड़िए सोनू सूद ने कितनों को घर पहुंचाया और किसको पहुंचाया ये कोई नहीं जानता सिवाए अल्लाह के,

लेकिन हमारे बीच हमारे भईयों मेही बहुत से अफ़राद और नेता हैं जिन्होंने रात दिन एक कर दिया,

दरअसल हमारी आदत बन गई है जूते खाने की और सूटिया बनने की,

UmairSalafiAlHindi