Tuesday, August 25, 2020

MUHABBAT KI HAQEEQAT





मुहब्बत
मुहब्बत निहायत बेश बहा फितरी जज़्बा है, ये जज़्बा दबाया भी जा सकता है, इसका रुख भी मोड़ा जा सकता है, इसीलिए इस जज्बे को मुहज्ज़ब बनाना निहायत ज़रूरी है,
अल्लाह ताला ने इंसान में ये जज़्बा इसलिए पैदा फरमाया ताकि इंसान की ज़िन्दगी के अंधेरे मुहब्बत की रोशनी में छुप जाएं, वह ज़माना और ज़िन्दगी के तूफ़ानों में साबित कदम रहें और अपने फराएज को दिलजमई और खुश अस्लूबी से अंजाम दे सके ,
अल्लाह ताला का बहुत बड़ा अहसान है के उसने इंसान के लिए खुद अपनी ही ज़ात ए आली को मरकज ए मुहब्बत ठहरा लिया और ऐलान फरमाया के ईमान वाले वही लोग हैं जो मेरे ही जमाल ए बे मिसाल पर रिझ गए हैं और सबसे ज़्यादा मुझ ही से मुहब्बत करते हैं,
ये सदा ए मुहब्बत हमारे सलफ ने सुनी तो हर तरफ से कट कर महबूब ए हकिकी ही के हो गए, उन्होने अपना दिल रब ए जुल ज़लाल को दे दिया, जब वह अल्लाह के हो गए तो अल्लाह भी उनका हो गया,
यूं उनकी दुनिया ही बदल गई, उनकी रातें अल्लाह की याद में बसर होने लगी और दिन को वह घोड़ों कि पीठ पर बैठ कर मैदान ए जिहाद में फतुहात के झंडे गाड़ने लगे,
अल्लाह ताला की मुहब्बत ने उन्हें ऐसी ताकत वा दिलेरी वा दानाई अता कर दी के सारी दुनिया उनके घोड़ों के टापों से गूंजने लगी,
वह सहरा ए अरब से फतह के परचम लहराते हुए निकले तो यूरोप में स्पेन , एशिया में समरकंद , और कदीम हिन्दुस्तान के शहर मुल्तान तक फैल गए,
उनके मुकाबले में हमारी क्या हालात है ??
अफसोस !! हमारे दिल अपने खालिक वा मालिक की याद से ख़ाली हो गए,
हमारा महबूब, माबूद, मशजूद और मकसूद ही बदल गया,
हम रब ए जुल ज़लाल के बजाए दौलत, हुकूमत और औरत के पुजारी बन गए, आमाल ए बद का तूफ़ान उठा तो नतीजों का रुख भी बदल गया,
कल तक हमारी फतूहात का सिलसिला रुकने का नाम ही नहीं लेता था, आज हम खुद अपने घर की हिफाज़त तक नहीं कर सकते, तागुती ताकतें हमारी बस्तियों में घुस आयी हैं, ज़ुल्म वा सितम के शोले भड़क रहें हैं, हमारे आशियाने सुलग रहें हैं,
और हमारे कलमा गो भाइयों बहनों और बच्चों का कतल ए आम किया जा रहा है,
सांपों और बिच्छू को अपने बिलों में अमन नसीब है मगर मुसलमान के लिए कोई जाए अमान नहीं, हर जगह मुसलमान की पिटाई हो रही है, ये सब कुछ क्या है ??
क्या ये अल्लाह रब्बुल इज्ज़त से बेवफ़ाई और गैर अल्लाह से मुहब्बत का नतीजा नहीं है ???
साभार: Umair Salafi Al Hindi