फ़यलक अल क़ुद्स या कुद्स फोर्सेज जैसे कातिल, अहले सुन्नत मुजरिम क़ासिम सुलेमानी ने बनाया था फलस्तीन कि हिफाज़त के नाम पर, लेकिन ज़िन्दगी भर इराक़ व शाम के अहले सुन्नत का क़त्ल करता रहा, कभी फ़लस्तीन नहीं गया , क्या इस वक़्त भी इराक़ी मुसलमानों का ही क़त्ल करेगा या फ़लस्तीन भी कभी आएगा ??
इख़्वानी हमासी चुहे फरयाद अरबों से करते हैं और शुक्रिया ईरान का करते हैं, आखिर हिज़्बुल्लाह और क़ुद्स फोर्सेज और हशद अश शाबी को आवाज़ क्यों नहीं देते ??
क्या उन्हें सिर्फ सुन्नी मुसलमानों को क़त्ल करने के लिए जन्म दिया गया है ??