उदारवादी (लिबरल) लोगों के मुताबिक।
अगर आप हदीस की आलोचना करते हैं .. तो आप रोशन ख़्याल हैं!
अगर आप इस्लामी विरासत की आलोचना करते हैं .. तो आप आज़ाद हैं!
यदि आप इस्लामी रिवाजों और शरिया कानूनों की आलोचना करते हैं .. तो आप एक संत हैं!
लेकिन...
अगर आप पश्चिमी सरकशी पर आलोचना करते हैं .. तो आप एक इंतेहा पसंद (Extremist) हैं!
यदि आप बुराई और पाप की आलोचना करते हैं .. तो आप सख्तगीर (Hardliner) हैं!
साभार : Umair Salafi Al Hindi
Blog: Islamicleaks.com